- 150 Posts
- 69 Comments
आपको यह देखकर हैरानी नहीं होती कि जहां कुछ समय पहले आपकी पसंदीदा हिरोइन को बेहद ग्लैमरस रूप में पर्दे पर उतारा जाता था वहीं उसके एक निश्चित आयु में पहुंचने के बाद उसे मां या फिर साइड हिरोइन के किरदार निभाने के लिए दे दिए जाते हैं. वैसे तो बॉलिवुड अभिनेत्रियों का ग्लैमर 40 की आयु तक बरकरार रहता है लेकिन अगर वह कम उम्र में शादी कर लें या फिर थोड़ी सी भी मोटी लगने लगें तो उनकी फैन फॉलोइंग घटने लगती है. जबकि अभिनेताओं के मामले में ऐसा कुछ नहीं है. जबकि देखा जाए तो बॉलिवुड में आज जितने भी टॉप हीरो हैं उनकी उम्र 40 से ऊपर ही है. सलमान खान हों या शाहरुख खान या फिर एक्शन हीरो अक्षय कुमार, उम्र का 40वां पायदान पार करने के बाद भी उनके चाहने वालों की कोई कमी नहीं रहती. इस उम्र में भी उनकी लोकप्रियता घटी नहीं बल्कि शायद पहले से ज्यादा बढ़ी ही है.
कहने को तो बॉलिवुड अदाकारी के दम पर चलता है. लेकिन जब हिरोइनों की बात आती है तो उनकी सफलता और लोकप्रियता का पैमाना केवल उनका ग्लैमरस अंदाज या फिर उनका मैरिटल स्टेटस ही होता है. नंबर गेम बॉलिवुड का पुराना शगल है लेकिन हैरानी इस बात की है कि आज के दौर में जितनी भी टॉप अभिनेत्रियां हैं वह अविवाहित या फिर 30 से कम उम्र की ही हैं क्योंकि इसके पश्चात वे लोग जो उन्हें थियेटर में देखने के लिए लंबी कतारों में खड़े होते थे वहीं उनके विवाह के बाद वह उनकी फिल्मों को बोर कहने लगते हैं.
निश्चित तौर पर उम्र का ढलना व्यक्ति के बाहरी आकर्षण में कमी लाता है लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या बॉलिवुड अभिनेत्रियां एक शो पीस की तरह ही ट्रीट की जाती हैं जिन्होंने जरा सा आकर्षण खोया नहीं कि दर्शकों ने उन्हें नजरअंदाज करना शुरू कर दिया. अगर हम वाकई उनकी अदाकारी के कायल होते तो हम यह समझते कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ अदाकारी और सलीके में परिपक्वता भी आती है. लेकिन नहीं हम सिर्फ उन्हें एक ग्लैम डॉल की तरह देखना ही पसंद करते हैं जिन्हें पर्दे पर उतारा ही केवल इसीलिए जाता है ताकि अपने शारीरिक आकर्षण के बल पर दर्शकों को रिझा सकें. इन सब हालातों को देखते हुए एक सवाल स्वत: ही हमारे जहन में उठता है कि आखिर क्यों बॉलिवुड अभिनेत्रियों का फिल्मी कॅरियर बहुत लंबे समय तक नहीं चल पाता. क्या उनका देह ही एकमात्र उनकी लोकप्रियता का पैमाना है. उनकी अदाकारी और काबीलियत बॉलिवुड प्रशंसकों के लिए कोई अहमियत नहीं रखती. जबकि देखा जाए तो हॉलिवुड फिल्मों में कई अभिनेत्रियां हैं जो विवाहित होने के साथ-साथ अपने बच्चों की देखभाल कर रही हैं, लेकिन इससे तो उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है. फिर भारतीय फिल्म दर्शकों की मानसिकता अभिनेत्रियों के मामले में इतनी संकुचित क्यों हैं?
बॉलिवुड की सबसे मनमोहक अभिनेत्रियां
तीन बच्चों की मां कोरियोग्राफर-डायरेक्टर फाराह खान जो अब अभिनय के क्षेत्र में हाथ आजमाने वाली हैं, की उम्र भी 47 वर्ष है. उम्र के इस मुकाम पर पहुंचने के बाद वह ‘शीरीं फरहाद की तो निकल पड़ी’ फिल्म के जरिए अभिनय के क्षेत्र में प्रदार्पण करने वाली हैं लेकिन इस फिल्म में उन्हें किसी ग्लैमरस रोल में नहीं बल्कि एक ओवर एज सिंगल महिला के किरदार में उतारा जा रहा है. फराह का मानना है कि उन्हें यह रोल मिलना यह दिखाता है कि भारतीय सिनेमा अब बदल रहा है. लेकिन क्या हकीकत में ऐसा है? क्योंकि करिश्मा कपूर और माधुरी दीक्षित जैसी अत्याधिक सफल और लोकप्रिय अभिनेत्रियों ने भी जब अपनी गृहस्थी बसाने के बाद फिल्मों में कम बैक किया तो उनकी यह सेकेंड इनिंग बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई. मजबूरन उन्हें रियलटी शो में जज या सोशलाइट बनकर ही संतोष करना पड़ा. दर्शक वर्ग के बीच फराह खान को टी.वी. पर देखने की कितनी उत्सुकता है यह तो कहा नहीं जा सकता लेकिन फिल्म रिलीज होने पर यह साफ पता चल जाएगा कि कितना बदला है भारतीय सिनेमा.
Read Comments